गोरखपुर/सिद्धार्थनगर। पूर्व सीएम व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की नींव में झूठ व नफरत के अलावा कुछ नहीं दिखाई देता है। गठबंधन का असर है कि बाबा मुख्यमंत्री अपनी लोकसभा हार गए। हम दोबारा हराने जा रहे हैं। कैराना से नफरत भाजपा ने फैलाई हमने वहां जीत के बाद दिलों को जोड़ने का काम किया। हमें कहते हैं कि संविधान नहीं होता तो मैं भैंस चराता। बाबा जब हमें यह कह सकते हैं तो गरीबों के बारे में क्या सोंचते होंगे। बताना चाहूंगा कि संविधान नहीं होता तो बाबा आप किसी मठ में घंटा बजा रहे होते।
सिद्धार्थनगर के इटवा में आयोजित सभा में पूर्व सीएम अखिलेश ने कहा कि कहा कि पिछले चुनाव में अच्छे दिन आएंगे, लेकिन शिक्षामित्रों के अच्छे दिन छिन गए। शिक्षामित्रों को समायोजित किया हमने, लेकिन वह चाय पर बहक गए। अब चाय का स्वाद पता चल गया। शिक्षामित्रों को सपा वही सम्मान देने का काम करेगी। किसानों के साथ धोखा हुआ। लागत से डेढ़ गुना अधिक मुनाफा और आय दोगुनी करने की बात हुई लेकिन आर्थिक संकट पैदा हो गया। सिद्धार्थनगर में यूनिवर्सिटी के उद्घाटन पर आया था तब कहा था मंडी परिषद से कि कालानमक चावल को ब्रांड बनाएं। वह भी रुक गया आगे नहीं बढ़ पाया। सपा सरकार ने यूनिवर्सिटी बनाई लेकिन मौजूदा सरकार ने फंड रोक दिया। हमने कहा था कि अगर हमें लखनऊ को सिद्धार्थनगर से जोड़ना पड़ा तो सबसे बेहतरीन सड़क यहां बनाएंगे। बाबा मुख्यमंत्री नहीं जानते एक्सप्रेस वे क्या है।
उन्होंने कहा कि एंबुलेंस, सौ नंबर, 102, 108 को बाबा मुख्यमंत्री ने खराब कर दिया। लैपटाप नहीं दिया क्योंकि बाबा मुख्यमंत्री चलाना नहीं जानते। बिजली पर पीठ थपथपा रहे बाबा को बताना चाहूंगा की सबसे अधिक ट्रांसमिशन, सब स्टेशन व बिजली निर्माण की युनिट लगाई। इन्होंने सिर्फ अधिक बिल भेजने का काम किया। सब विधायक, सांसद, सीएम, प्रधानमंत्री उनके हैं लेकिन काम नहीं हुआ। केवल जुमला छोड़ने का काम हुआ। कानून व्यवस्था के लिए बाबा मुख्यमंत्री ने कहा ठोंक दो। पर किसे ठोंको जनता को ? अब इंसान नहीं जानवर भी परेशान हैं। बाबा होकर भी झूठ बोल रहे कि कोई बूचड़खाना नहीं बंद हुआ। उन्होंने गंगाजल से सीएम आवास धुलवाया, हमें बदनाम किया कि हम टोंटी निकाल ले गए। हम भी सत्ता में आए तो चिलम खोज कर निकलवाएंगे। बेसहारा जानवर से लोग मर रहे हैं कि हम किसपर मुकदमा कराएं। असली चौकीदारों का सम्मान नहीं है। हम आए तो अलग तरह से उनकी ड्रेस डिजाइन करवाकर सम्मान देंगे। प्रधानमंत्री उल्टा काम करते हैं। नोटबंदी करते समय कहा कि काला धन, भ्रष्टाचार, आतंकवाद खत्म होगा। क्या खत्म हुआ ? सीमाएं भाजपा की सरकार में असुरक्षित हैं। जब एक बीएसएफ जवान से सरकार घबरा सकती है तो आतंकवाद से कैसे निपटेगी। उन्होंने गठबंधन उम्मीदवार के पक्ष में मतदान को कहा।
संविधान नहीं होता तो सीएम बाबा मंदिर में बजा रहे होते घंटा : अखिलेश यादव